राजयोग मेडिटेशन से सशक्त मन और सकारात्मक जीवन – कैप्टन शिव सिंह
ग्वालियर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की भगिनी संस्था, राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन के सिक्योरिटी सर्विसेज विंग द्वारा आज माधवगंज स्थित प्रभु उपहार भवन में सुरक्षा बलों के अधिकारियों एवं जवानों के लिए “स्व सशक्तिकरण से राष्ट्र सशक्तिकरण” थींम के अंतर्गत एक भव्य और प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ भारतीय परंपरा अनुसार दीपप्रज्वलन और परमात्मा की याद के साथ हुआ। तत्पश्चात कैप्टन शिव सिंह ने उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए संस्थान के सिक्योरिटी सर्विसेज विंग के द्वारा पूरे देश भर में की जा रही गतिविधियों पर प्रकाश डाला और कहा कि सुरक्षा सेवाओं में कार्यरत रहते हुए मानसिक शांति और मन की एकाग्रता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। इसमें राजयोग मेडिटेशन हमें सशक्त मन और सकारात्मक जीवन बनाने में बहुत मदद करता है। यह व्यक्ति को न केवल बाहरी चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाता है, बल्कि आंतरिक शांति और संतुलन भी प्रदान करता है।

कार्यक्रम में मुंबई से आए प्रो. ई.वी. गिरीश ने अपने प्रेरणादायक विचार व्यक्त करते हुए कहा कि तनाव का सबसे बड़ा कारण हमारा स्वयं का दृष्टिकोण है। हमारी सोच ही हमें खुशहाल या तनावग्रस्त बनाती है। अब यह हमारे ऊपर निर्भर करता कि हम जीवन को कैसे जीना चाहते है। ब्रह्माकुमारी संस्थान में सिखाया जाने वाले ध्यान के माध्यम से मन को स्वस्थ और शक्तिशाली बनाया जा सकता है। यह विधियाँ हमें नकारात्मक विचारों से मुक्त कर सकारात्मकता की ओर ले जाती हैं। आगे उन्होंने अनेकानेक उदाहरण देकर खुश रहने की विधियाँ बतायीं।
माउंट आबू से आए मोटिवेशनल वक्ता बीके कमल भाई ने सभी प्रतिभागियों को राजयोग ध्यान का अभ्यास कराया। उन्होंने बताया कि ध्यान के माध्यम से हम अपने मन की एकाग्रता बढ़ा सकते हैं और जीवन में आने वाली समस्याओं का शांतिपूर्ण समाधान खोज सकते हैं। हमारी ऊर्जा का बड़ा हिस्सा या तो अतीत के चिंतन में या भविष्य की चिंताओं में व्यर्थ चला जाता है। जबकि यह मेडिटेशन हमें वर्तमान क्षण में जीने और अपनी ऊर्जा को सही दिशा में केंद्रित करने की कला सिखाता है।
कार्यक्रम में एसएएफ सैकेंड बटालियन से मेडिकल ऑफिसर डॉ ओम प्रकाश वर्मा ने शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक शांति के बीच गहरे संबंध पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ शरीर ही स्वस्थ मन का आधार होता है। यदि हमारा शरीर स्वस्थ है, तो हमारा मन भी एकाग्र और शांत रहेगा।

कार्यक्रम में उपस्थित केंद्र प्रभारी बीके आदर्श दीदी ने उपस्थित प्रतिभागियों को आशीर्वचन देते हुए कहा कि आध्यात्मिकता के द्वारा आंतरिक ऊर्जा को जागृत कर व्यक्ति हर कार्य में सफल हो सकता है हर चुनौती का सामना कर सकता है और जीवन को बेहतर बना सकता है।
कार्यक्रम में बीएसएफ कंपोजिट हॉस्पिटल से अस्सिटेंट कमांडेंट सुरेश पी ए ने अपनी शुभ भावना रखी। तथा एनसीसी के जूनियर कमीशन अधिकारी अनिल ठाकुर ने अपना अनुभव शेयर किया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन कर्नल वी सी सती ने किया तथा अंत में बीके प्रहलाद भाई ने सभी को सकारात्मक संकल्प कराते हुए सभी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर आरपीएफ,
एस.ए.एफ की 13वी वाहिनी, 14वी वाहिनी तथा द्वितीय वाहिनी से इंस्पेक्टर, सब इंपेक्टर, एएसआई, सूबेदार, पुलिस के जवान तथा एनसीसी ग्रुप मुख्यालय ग्वालियर की सभी बटालियन 3एमपी गर्ल्स बटालियन, 8 एमपी बटालियन, 15 एमपी एनसीसी बटालियन आदि से 3 सीटीआई के स्थायी इंसेटेक्टर और कैडेट्स ने हिसा लिया। साथ ही अन्य बलों के लोग भी उपस्थित उपस्थित थे।
कार्यक्रम में माउंट आबू से पधारे बीके दीपक भाई, बीके विपुल भाई, स्थानीय केंद्र से बीके ज्योति बहन, बीके डॉ गुरचरण, बीके जीतू, बीके पवन, बीके महिमा बहन, बीके सुरभि, बीके रोशनी, विजेंद्र पंकज, सतीश, मुन्नू, धर्मेंद्र, सुरेश, विनोद, शिवदयाल, सुरेंद्र, मीरा, पार्वती, शिवांश आदि उपस्थित थे।