ब्रह्माकुमारीज के ग्वालियर मालनपुर स्थित केंद्र पर आज मध्यप्रदेश के कई शहरों से 110 से ज्यादा कन्याओ ने लिया 3 दिवस तक चलने वाले आवासीय कार्यक्रम में हिस्सा
हम केवल बाहरी सुख-साधनों की ओर न भागें, बल्कि अपने भीतर की शांति, संतुलन और आत्मिक संतोष को भी महत्व दें – बीके अनुसूईया दीदी

ग्वालियर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की सहयोगी संस्था राजयोग एज्युकेशन एन्ड रिसर्च फाउंडेशन के युवा प्रभाग द्वारा नई उमंग नई तरंग के अंतर्गत आज से तीन दिवसीय आवसीय कार्यक्रम डिवाइन यूथ फोरम का उद्धघाटन हुआ।
जिसमें मध्यप्रदेश एवं उत्तर प्रदेश के कई अलग-अलग शहरों से घर पर रहकर पढ़ाई, नौकरी करते हुए राजयोग का अभ्यास करने वाली युवा बहनें (कन्याएं) पहुँची जो इस कार्यक्रम में हिस्सा ले रही हैं।
तीन दिवसीय इस आयोजन में अलग अलग तरीके से जीवन जीने की कला, कर्म में कुशलता, व्यवहार कुशलता जैसे विषयो पर बताया जाएगा।
कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। जिसमें मुख्य रूप से मप्र चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंड्रस्टीज के मानसेवी सचिव दीपक अग्रवाल, गोग्स अध्यक्ष डॉ रीता मिश्रा, चेयरपर्सन पिंक मिशन डॉ बीना प्रधान, माहेश्वरी नर्सिंग होम संचालिका डॉ श्वेता माहेश्वरी, दिल्ली से युवा प्रभाग की जोनल संयोजिका बीके अनुसूईया दीदी, राजयोग ध्यान प्रशिक्षिका बीके वर्णिका बहन, सीधी से सयोंजिका भोपाल जोन बीके रेखा बहन, ग्वालियर लश्कर केंद्र प्रमुख बीके आदर्श दीदी, मालनपुर केंद्र प्रमुख बीके ज्योति बहन, युवा प्रभाग के कर्यकारिणी सदस्य बीके सुनीता बहन,
बीके प्रहलाद उपस्थित थे।
कार्यक्रम में दिल्ली से आई युवा प्रभाग कि कार्यकारिणी सदस्य बीके वर्णिका बहन ने ब्रह्माकुमारीज के युवा प्रभाग कि 40 वर्षो कि यात्रा के बारे में बताया तथा जोनल संयोजिका बीके रेखा बहन ने डिवाइन यूथ फोरम कार्यक्रम का लक्ष्य एवं उद्देश्य बताया तत्पश्चात
दीपक अग्रवाल(मानसेवी सचिव मप्र ,चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंड्रस्टीज) ने कहा कि इस संस्था के माध्यम से देश का नाम रोशन होगा क्योकि यह संस्थान ओर यहाँ के हर व्यक्ति सकारात्मक सोच से जुड़े है। सभी युवा बहनों को सही समय पर ब्रह्माकुमारी संस्था में जुड़ने की बधाई दी और कहा कि यह संस्था पूरे देश में सकारात्मक को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है ।
दिल्ली से पधारी ब्रह्माकुमारी अनुशुईया दीदी यह मानव जीवन सभी को प्राप्त हुआ है, यह एक मूल्यवान अवसर है। आज के समय में जीवन को सुखी और सुविधाजनक बनाने के अनेक साधन उपलब्ध हो गए हैं जैसे विज्ञान, तकनीक, चिकित्सा और संचार के क्षेत्र में विकास फिर भी समाज में मानसिक अशांति, तनाव और दुःख की भावना दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
ऐसे में यह आवश्यक हो गया है कि हम केवल बाहरी सुख-साधनों की ओर न भागें, बल्कि अपने भीतर की शांति, संतुलन और आत्मिक संतोष को भी महत्व दें। आज की जीवनशैली ने मनुष्य को बहुत व्यस्त, चिंतित और भौतिकतावादी बना दिया है, जिसके कारण वह यह भूलता जा रहा है कि जीवन को केवल जीना नहीं है, बल्कि उसे अर्थपूर्ण और उद्देश्यपूर्ण ढंग से जीना है।
हर व्यक्ति को जीवन तो मिल गया है, परंतु जीवन को कैसे जिया जाए, यह समझ बहुत कम लोगों को होती है। समाज में बढ़ती हुई आत्मीयता की कमी, प्रतिस्पर्धा, ईर्ष्या, लोभ और स्वार्थ ने मानवीय मूल्यों को कहीं पीछे छोड़ दिया है। यही कारण है कि आज का मानव बाहरी रूप से सुख-संपन्न होते हुए भी भीतर से असंतुष्ट और दुखी है।
इसलिए आज के युग की सबसे बड़ी मांग यह है कि हम अपने जीवन को केवल भौतिक सफलता तक सीमित न रखें, बल्कि आत्मिक और नैतिक विकास की दिशा में भी कदम बढ़ाएँ। हमें अपने शरीर और आत्मा दोनों को स्वस्थ और संतुलित रखना होगा, तभी हम एक पूर्ण, संतुलित और शांतिपूर्ण जीवन जी सकते हैं।
हम इस संसार में केवल भोग-विलास के लिए नहीं आए हैं, बल्कि हमारे जीवन का उद्देश्य श्रेष्ठ और पुण्य कर्मों के माध्यम से स्वयं को और समाज को ऊँचाइयों तक ले जाना है। अतः हमें सदैव यह प्रयास करना चाहिए कि हम अपने विचारों, आचरण और कर्मों को श्रेष्ठ बनाएँ। केवल तभी हम इस जीवन को सार्थक बना पाएँगे और समाज में सच्ची शांति और संतुलन की स्थापना कर सकेंगे।

कार्यक्रम में डॉ रीता मिश्रा (गोग्स अध्यक्ष) ने कहा हम शरीर का ध्यान रखते है आप हमारे साथ मन का ध्यान रखिये। ब्रह्माकुमारीज का मेरी पर्सनल लाइफ में बहुत प्रभाव है यहां की सफेद ड्रेस, पवित्र विचार और शांति मुझे बहुत शक्ति देती हैं। बहुत अच्छा कार्य है कि इस संस्था ने कुछ कन्याओ को तो सम्भाल कर रखा है ये बहुत बड़ी खुशी की बात है। पहले तो सिर्फ हम सुनते थे युवा गलत दिशा में जा रहे है। परन्तु वर्तमान में तो हमारी बेटियां की भी विपरीत दिशा जाने कि ख़बरें मिलती है जो मन को बिचलित करती है। परन्तु ऐसे आयोजनों से सभी को बेटे और बेटियों को जाग्रत करने का अच्छा कार्य ब्रह्माकुमारीज के माध्यम से किया जा रहा है। इसके लिए में बधाई देती हूँ।
कार्यक्रम डॉ वीना प्रधान ने कहा कि अंदर की शक्ति को पहचानिए ओर समाज के कार्य मे लगाइए। दुनिया को आप बनाते हो और आप ही विश्व गुरु बनायेगे देश को।
डॉ स्वेता माहेश्वरी ने कहा हमे दूसरों के ऊपर ध्यान नही देना है अपने संस्कारों पर ध्यान देना है। अगर हम अच्छे होंगे तो हमारे आसपास के लोग है वह अपने आप अच्छे होंगे। ये ज्ञान तो सबको बचपन से ही हो जाना चाहिए।
इस अवसर पर ग्वालियर लश्कर केंद्र प्रमुख आदर्श दीदी एवं मालनपुर केंद्र प्रमुख बीके ज्योति दीदी ने भी अपनी शुभकामनायें रखीं तथा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सभी का अभिनन्दन भी किया।
मंच का कुशल संचालन बीके सुनीता बहन ने किया तथा सभी का आभार बीके प्रहलाद भाई के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर आष्टा से कुसुम दीदी, बीना से जानकी दीदी, महोबा से मीरा दीदी, सागर से नीलम बहन सहित पूरे प्रदेश से अन्य बहनें नीलम बहन, शशि बहन, मंजरी बहन आदि शामिल थी।